Thursday, November 29, 2007

मैथलीशरण गुप्‍त



मैथलीशरण गुप्‍त

सिद्धि हेतु स्‍वामी गए, यह गौरव की बात;
पर चारी-चोरी गए यही बडा वयघात।
सखि वे मुझसे कह कर जाते ।




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