Sarita used to be very popular magazine during 70s and 80s.It had sarit pravah,chanchal chaya,srimati ji,impressive articles,tingling poems and some very very good stories.Sainny Ashesh,Kusum Gupta,Bharati Pradhan,Ram Kumar Bhramar,Prabhat Kumar were polular writers there.
'छाया' हिन्दी के बुद्धिजीवियो के फोटोग्राफस और स्केच का ब्लॉग है। इन छायाचित्रों और रेखांकनों को यहां प्रकाशित करते हुए हमने किसी प्रकार के अनुक्रम का सहारा नहीं लिया है। मतलब हिन्दी के नए-पुराने, अच्छे-बुरे सभी कवियों,कथाकारो व अन्य चिंतकों के चित्र ज्यों-ज्यों उपलब्ध होते गए हम छापते रहे। उददेश्य यही कि अधिक से अधिक चित्र नेट पर एक जगह उपलब्ध हों। लेखकों के चित्रों के अलावा हिन्दी की प्रमुख लधु पत्रिकाओं के मुख पन्ने ( cover page) भी आपको यहां मिलेंगे। साथ ही कुछ अन्य भाषाओं के प्रमुख बुद्धिजीवियों के छाया चित्र भी।
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3 comments:
Apna photo aur parichay dekha. Mujhe padhne waale mujhe Nibandh lekhak aur Baal Katha Lekhak ke roop me zyada jaante hain. Ab snowa Borno ke sath likha gaya mera Upnyas bhi uplabdh hai.
-Sainny Ashesh
I had read your storirs in Sarita during late 70s and early 80s.
Sarita used to be very popular magazine during 70s and 80s.It had sarit pravah,chanchal chaya,srimati ji,impressive articles,tingling poems and some very very good stories.Sainny Ashesh,Kusum Gupta,Bharati Pradhan,Ram Kumar Bhramar,Prabhat Kumar were polular writers there.
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