मित्र आपकी इस कोशिश के लिए आपको बधाई और अपनी ओर से इस काम में आपके साथ रहने का वादा और उसे निभाने की भरपूर कोशिश का एक वादा और. पर मित्र, मुझे क्यों हिंदी के लेखकों में जोड लिया आपने. मैं तो सड़कछाप भी नहीं हूं हिंदी का. ये तो आपका बडप्पन है कि मुझ जैसे टुटपूंजियों को लेखक बना दिया आपने.
'छाया' हिन्दी के बुद्धिजीवियो के फोटोग्राफस और स्केच का ब्लॉग है। इन छायाचित्रों और रेखांकनों को यहां प्रकाशित करते हुए हमने किसी प्रकार के अनुक्रम का सहारा नहीं लिया है। मतलब हिन्दी के नए-पुराने, अच्छे-बुरे सभी कवियों,कथाकारो व अन्य चिंतकों के चित्र ज्यों-ज्यों उपलब्ध होते गए हम छापते रहे। उददेश्य यही कि अधिक से अधिक चित्र नेट पर एक जगह उपलब्ध हों। लेखकों के चित्रों के अलावा हिन्दी की प्रमुख लधु पत्रिकाओं के मुख पन्ने ( cover page) भी आपको यहां मिलेंगे। साथ ही कुछ अन्य भाषाओं के प्रमुख बुद्धिजीवियों के छाया चित्र भी।
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मित्र आपकी इस कोशिश के लिए आपको बधाई और अपनी ओर से इस काम में आपके साथ रहने का वादा और उसे निभाने की भरपूर कोशिश का एक वादा और. पर मित्र, मुझे क्यों हिंदी के लेखकों में जोड लिया आपने. मैं तो सड़कछाप भी नहीं हूं हिंदी का. ये तो आपका बडप्पन है कि मुझ जैसे टुटपूंजियों को लेखक बना दिया आपने.
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